एक उमस भरी श्यामला आत्म-आनंद में लिप्त होती है, उसके पैर आकर्षक नायलॉनों में सजे होते हैं। हर दिन, वह नई तकनीकों की खोज करती है, सीमाओं को पार करती है, और परमानंद की गहरी गहराई का पता लगाती है। शुद्ध, मिलावट रहित आनंद की 31 दिवसीय यात्रा।.
आकर्षक सायरन महीने भर की आत्म-भोग की यात्रा पर निकलती है, जबकि हर दिन आकर्षक होजरी पहनती है। हर दिन, वह अपने स्पर्श के अप्रतिरोध्य आकर्षण के आगे झुक जाती है, अपनी चड्डी के रेशमी कपड़े पर नृत्य करती हुई अपनी उंगलियां। मोज़ा पहने हुए उसकी टांगों का दृश्य, उसका परम कामोत्तेजक बन जाता है, जो परमानंद की ऊंचाइयों तक पहुंचने की उसकी इच्छा को भड़काता है। वह अपने शरीर के हर इंच की खोज करती है, उसकी हरकतें धीमी और जानबूझकर, प्रत्येक स्पर्श उसकी नसों के माध्यम से आनंद की लहरें भेजती है। उसकी कर्व्स के ऊपर फैली उसकी चड्डी को देखना, जिस तरह से वे उसकी त्वचा को गले लगाते हैं, एक कामुक तमाशा बन जाता है। वह अपने आप को अपने स्पर्श की लय में खो देती है, अपनी सांसें किनारे के पास आते-आते अकड़ जाती हैं। यह आत्म-खोज का एक महीने का लंबा सफर है, आत्म-प्रेम की शक्ति का एक वसीयतनामा है और होजरी का आकर्षण है। यह इस तथ्य का एक प्रमाण है कि आनंद किसी और से नहीं आना पड़ता है, बल्कि स्वयं के भीतर पाया जा सकता है। और हर दिन, वह खुद को अपनी खुद की बनाने की दुनिया में खोई हुई पाती है, आत्म आनंद की यात्रा में उसकी चड्डी उसकी एकमात्र साथी बन जाती है।.